रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रक्षा उपकरण के मामले मैं अपने बढ़ता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 101 वस्तुओं की सूची की घोषणा की है जिन के आयात पर प्रतिबंध लगाया गया है इसके अलावा देश में रक्षा उद्योग को बढ़ावा देने हेतु घरेलू उपकरण खरीदने के लिए 52 हजार करोड़ रुपए का एक बजट बनाया गया और भारतीय कंपनियों से रक्षा उपकरण खरीदने के लिए 4 लाख करोड का बजट पेश किया गया है आर्टलरी गंस का आयात बंद कर दिया गया और असाल्ट राइफल भी भारत में बनाई जाएगी इसके अलावा सोनार सिस्टम, ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट के उपकरण, लाइट कॉमट हेलीकॉप्टर, एडवांस डिफेंस रडार सिस्टम, हथियारों से लैस युद्धक वाहन, छोटे युद्धपोत आदि बहुत प्रकार के उपकरण बनाए जाएंगे तीनों सेनाओं के लिए अब भारत में हथियार बनेंगे अब भारत रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होगा एक रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका और चीन के बाद भारत पिछले साल विश्व का तीसरा सबसे बड़ा सैन्य खर्च करने वाला देश बन गया है सरकार द्वारा उम्मीद जताई जा रही है कि अगले 6 से 7 साल के भीतर रक्षा के मामले में भारत आत्मनिर्भर होने की संभावना है आसान भाषा में कहा जाए तो भारत आयात पर निर्भरता